मंगलवार, 23 अगस्त 2011

श्री कृष्ण-जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ


श्री कृष्ण-जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर पूरे विश्व में बस रहे भारतवासियों को मेरे और मेरे सहयोगियों द्वारा ढेर सारी शुभकामनाएँ। मैं आज भगवान श्री कृष्ण से प्रर्थना करता हूँ  कि हे! प्रभु, सभी को सद्बुद्धी दें कि भारत में उत्पन्न भ्रष्टाचार से सम्बन्धित मुद्दा शाँतिपूर्ण तरिके से हल हो जाये क्योंकि मुझे संदेह है कि गाँधीवाद की आड़ में अन्ना टीम पुरे संसदीय व्यवस्था को हीं न समाप्त कर दे। कहीं हमारा संविधान अपना मूल रुप न खो दे। मुझे प्रतीत होता है कि J.P. आंदोलन के नक्शे कदम पर चलते हुए अन्ना टीम भारत में माओवाद या लेनिनवाद के समान अन्नावाद बनाकर पूरे सत्ता पर काविज़ न हो जाए क्योंकि हमारे देश की अधिकांश जनता संविधान की बारीकियों को नहीं समझती हैं। वे भ्रष्टाचार से त्रस्त हैं। ऐसे में वें कोई भी स्वार्थी या निःस्वार्थी तत्वों का साथ दे सकती हैं इसलिए भगवान श्री कृष्ण से मैं पुनः प्रार्थना करता हुं कि हे! प्रभु, द्रौपदी की लाज के समान मेरे शहिदों और महापुरुषों द्वारा बनाए गए संविधान की रक्षा करना और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को अपने स्वभाविक रुप में बनाए रखना।
जय, श्री कृष्ण!
[तस्वीरें,- गूगल के साभार]

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